भारत में सीमेंट की मांग में वित्त वर्ष 2025-26 में 7.5 प्रतिशत की हो सकती है बढ़ोतरी: रिपोर्ट

चालू वित्त वर्ष में सीमेंट सेक्टर की वृद्धि दर 6.5 से 7.5 प्रतिशत के बीच रह सकती है। इसकी वजह इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े मंत्रालयों का बजटीय आवंटन बढ़ाना और सामान्य से अधिक मानसून की संभावना का होना हैजिससे ग्रामीण हाउसिंग मांग को बढ़ावा मिल सकता है। यह जानकारी क्रिसिल की ओर से मंगलवार को जारी की गई रिपोर्ट में दी गई।

 

रिपोर्ट में बताया गया कि वित्त वर्ष 2025 में सीमेंट की मांग में वृद्धि 4.5-5.5 प्रतिशत के मध्यम स्तर पर रही। इसकी वजह आम चुनावों के कारण वित्त वर्ष की सुस्त शुरुआत और सामान्य से अधिक मानसून होना थाजिसका असर कंस्ट्रक्शन गतिविधियों पर देखा गया। रिपोर्ट के मुताबिकपहली छमाही में राज्य सरकार के कमजोर खर्च के कारण भीप्रोजेक्ट पूरे होने की गति धीमी हो गई और धीमे रियल एस्टेट मार्केट ने अर्बन हाउसिंग को प्रभावित किया।

 

रिपोर्ट में बताया गयाघरेलू सीमेंट की मांग में 29 से 31 प्रतिशत का योगदान देने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर की चालू वित्त वर्ष में भी मांग को बढ़ाने में अहम भूमिक  होने की उम्मीद है। इन्फ्रास्ट्रक्चर में सड़कों का सबसे बड़ा योगदान रहा हैउसके बाद रेलवेसिंचाई और शहरी इन्फ्रास्ट्रक्चर का स्थान है।

 

रिपोर्ट में आगे कहा गया कि रूरल हाउसिंग की सीमेंट की खपत में प्रमुख भूमिका बनी रहेगीजिसकी अनुमानित हिस्सेदारी 32-34 प्रतिशत होगीक्योंकि अच्छे मानसून से कृषि आय में वृद्धि होने की उम्मीद हैजिससे घरों की मांग बढ़ेगी। इसके अतिरिक्तग्रामीण क्षेत्र के लिए चलाई जा रही पीएमजीएसवाई और मनरेगा जैसी केंद्र सरकार की कई योजनाएं भी उच्च बजटीय आवंटन के कारण उपभोग को बढ़ावा देंगी।

 

अर्बन हाउसिंग सेगमेंटजिसे वित्त वर्ष 2025 में रियल एस्टेट की सुस्ती के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ा थाचालू वित्त वर्ष में फिर से गति पकड़ने की उम्मीद हैजिसका कारण कम आधारब्याज दरों में कटौती और प्रधानमंत्री आवास योजना-शहरी के तहत एक्सक्यूशन में सुधार होना है। केंद्रीय बजट 2025-26 में इस योजना के लिए आवंटन में 45 प्रतिशत की वृद्धि की गई है।

 

घरेलू सीमेंट मांग में 13-15 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाला इंडस्ट्रियल और कमर्शियल सेगमेंट इस वित्त वर्ष में स्थिर वृद्धि दिखा सकता है। इसकी वजह कमर्शियल रियल एस्टेट और वेयरहाउसिंग की मांग बढ़ना है।

 

क्रिसिल इंटेलिजेंस के निदेशक सेहुल भट्ट ने कहासीमेंट की मांग में 63-65 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाले शीर्ष 12 राज्य ने अपने बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर आवंटन में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। इसके अलावा सरकार की ओर से ऊर्जाखनिज और सीमेंट उद्योगों के लिए विशेष रेल गलियारे स्थापित करने पर फोकस किया जा रहा हैसाथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने से मांग में वृद्धि होने की उम्मीद है।

  • नेहा निगम

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