शेखपुरा/धीरज सिन्हा
शेखपुरा. टाटी नरसंहार के मृतक सात आश्रितों के परिवार को जिला प्रशासन द्वारा सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है. दरसल समाहरणालय स्थित कार्यालय में डीएम आरिफ अहसन ने मृतक के सात आश्रितों 50-50 हजार रुपए का चेक दिया है. दरसल यह घटना 26 दिसम्बर 2001 को घटी थी. जब अपराधियों ने बरबीघा में आयोजित एक राजनितिक कार्यक्रम से लौटने के दौरान टाटी पूल के समीप एक ही वाहन पर सवार सात लोगों को एक साथ गोलियों से छलनी कर दिया गया था. इसमें सात लोगों की मौके पर मौत हो गई थी. इसको लेकर बिहार सरकार के गृह विभाग की ओर से शनिवार को डीएम् ने टाटी नरसंहार में मारे गए तत्कालीन राजद जिला अध्यक्ष शहर के इंदाय मुहल्ले निवासी स्व काशीनाथ यादव की विधवा रुकमीनी देवी, अरियरी के जिला परिषद सदस्य करीमाबीघा निवासी अनिल महतो की पत्नी प्रेमलता सिन्हा, शेखपुरा सदर प्रखंड के करिहो गांव निवासी सिकंदर यादव की पत्नी सरिता देवी, सदर प्रखंड के बिहटा गांव निवासी सूर्यदेव सिंह की पत्नी सविता देवी, सदर प्रखंड के बरैया बीघा के पुत्र शुमभ कुमार, महेंद्र राउत के पुत्र बबन कुमार और नवादा जिले के काशीचक थाना क्षेत्र के विश्वनाथपुर गांव निवासी शशिदानंद प्रसाद के पुत्र प्रभात रंजन की हत्या कर दी गई थी. इनके परिजनों को आज डीएम आरिफ अहसन के द्वारा 50-50 हजार के चेक का भुगतान कर दिया गया है. वहीं करिहो गांव निवासी मृतक सिकंदर यादव के भाई मथुरा यादव ने बताया है की जिस समय टाटी नरसंहार हुआ था उस दौरान सरकार द्वारा घोषणा किया गया था की मृतक के परिवार बालों को चार-चार लाख का मुआबजा और एक-एक को सरकारी नौकरी दिया जायगा. लेकिन आज 25 वर्ष बीत जाने के बाद आज मृतक के आश्रितों को मात्र 50-50 हजार का भुगतान किया गया है. मृतक सिकंदर यादव के भाई मथुरा यादव ने जिला प्रशासन से मांग किया है की मृतक के सभी आश्रितों को एक-एक नौकरी दिया जाय और चार-चार लाख का भुगतान किया जाय. जैसा उस समय के सरकार द्वारा घोषणा किया गया था.