उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में JSLPS की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित

 

दुमका :- उप विकास आयुक्त अभिजीत सिन्हा की अध्यक्षता में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला प्रबंधक, सभी प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक (BPM) एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे।

 

बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लक्ष्यों की पूर्ति तथा वर्ष 2025-26 के लिए निर्धारित कार्ययोजनाओं की विस्तारपूर्वक समीक्षा की गई। पूर्व में दिए गए निर्देशों के अनुपालन की स्थिति पर भी विशेष ध्यान दिया गया।

 

बैठक में गैर कृषि आधारित गतिविधियों जैसे चिप्स, अचार, पापड़ आदि के निर्माण में संलग्न महिला स्वयं सहायता समूहों को गुणवत्तापूर्ण पैकेजिंग एवं मजबूत विपणन व्यवस्था से जोड़ने हेतु चैंबर ऑफ कॉमर्स के साथ समन्वय कर ठोस कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए।

 

उप विकास आयुक्त ने ‘दीदी की दुकान’ को प्रत्येक पंचायत स्तर पर तथा ‘दीदी का ढाबा’ को प्रमुख स्थलों पर प्रारंभ करने की दिशा में तीव्र पहल करने का आह्वान किया, जिससे महिला समूहों को स्थायी स्वरोजगार के अवसर मिल सकें।

 

बैठक में मत्स्य पालन गतिविधियों के विस्तार हेतु JSLPS एवं मत्स्य विभाग के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर सभी प्रखंडों में योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने पर बल दिया गया।

 

लिफ्ट इरीगेशन योजना की समीक्षा के क्रम में जामा एवं जरमुंडी प्रखंडों की प्रगति पर विशेष चर्चा की गई। तकनीकी अड़चनों के समाधान हेतु संबंधित अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा गया है और 20 मई, 2025 को विशेष बैठक निर्धारित की गई है।

 

रानीश्वर प्रखंड की प्रगति असंतोषजनक पाए जाने पर संबंधित BPM को त्वरित सुधारात्मक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।

 

वनोपज आधारित गतिविधियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए गए कि तसर उत्पादन एवं विपणन हेतु विशेष कार्ययोजना तैयार कर आगामी सप्ताह में प्रस्तुत की जाए। साथ ही, वन धन विकास केंद्रों की समग्र समीक्षा कर उन्हें विद्युत कनेक्शन एवं योजना अनुरूप संसाधनों से यथाशीघ्र सुसज्जित किया जाए।

 

बैठक के समापन पर उप विकास आयुक्त महोदय ने सभी अधिकारियों को योजनाओं के स्थानीय स्तर पर प्रभावी क्रियान्वयन एवं महिला स्वयं सहायता समूहों की आयवृद्धि को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं का वास्तविक उद्देश्य तभी पूर्ण होगा जब उसका प्रत्यक्ष लाभ लक्षित परिवारों के जीवन स्तर में सुधार के रूप में परिलक्षित हो।

  • NIHAL SAH

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