औरंगाबाद पहुंचे उत्तर प्रदेश पूर्व सांसद सह भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह, बोले- मुझे किसी जाति से मत जोड़िए, सबका साथ मिला तभी यहां तक पहुंचा हूं।
औरंगाबाद/रूपेश कुमार
बीजेपी नेता और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह औरंगाबाद पहुंचे। उन्होंने पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह के आवास पर प्रेसवार्ता की। पत्रकारों ने जब राजपूत समाज पर हो रहे अत्याचार को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मुझे किसी जाति से मत जोड़िए। कोई मुझे जाति से जोड़ता है तो बहुत तकलीफ होती है। मैं किसी जाति के बंधन में नहीं हूं। आज जहां हूं, वहां तक पहुंचने में सभी जाति और धर्म के लोगों का सहयोग रहा है। इसलिए हम सबकी बात करते हैं। कोई भी नेता अगर जाति या धर्म को लेकर टिप्पणी करता है तो उसे भविष्य में इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का हम स्वागत करते हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है। सरकार जो भी कार्रवाई करेगी, मैं उसके साथ हूं। लेकिन युद्धविराम के बाद रोज बयानबाजी हो रही है। कुछ लोग मानते हैं कि युद्ध ही सभी समस्याओं का समाधान है। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 1971 में जब 92 हजार पाकिस्तानी सैनिक बंदी बनाए गए थे, तो उन्हें क्यों छोड़ दिया गया था? उस समय अगर हम पाक अधिकृत कश्मीर या सैनिक ले लेते तो आज यह स्थिति नहीं होती। यह समस्या आजादी के समय से शुरू हुई थी। जब हरि सिंह ने विलय किया और हमारी सेना पाकिस्तान में घुसी, तो लाहौर कुछ ही दूरी पर था। उस समय क्यों चुप रहे? फिर आगे चलकर अनुच्छेद 370 क्यों लगाया गया?
उन्होंने कहा कि जिनके कारण यह समस्या बनी, उनके कारण लाखों नागरिक और सैनिक मारे गए। मोदी सरकार ने इस समस्या को जड़ से खत्म किया। अनुच्छेद 370 हटाया। जो कहते थे कि खून की नदियां बहेंगी, कहां बही? अब कश्मीर का माहौल खुशनुमा हो गया है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री गंभीर हुए। सेना को खुली छूट दी गई। आतंकी अजहर मसूद, जो भारत की सांसें छीनने की बात करता था, उसके परिवार के दर्जनों लोग मारे गए। वह पहली बार कैमरे के सामने मिमियाता नजर आया। कह रहा था कि अच्छा होता हम भी मारे जाते। उसके अड्डे नष्ट कर दिए गए। सिस्टम ध्वस्त कर दिया गया। अब अगर वह शांति के रास्ते पर आना चाहता है तो जैसी हरकत करेगा, वैसा जवाब मिलेगा।
यौन शोषण के आरोपों पर उन्होंने कहा कि मैं ऐसे आरोपों से डरने वाला नहीं हूं। जब मुझ पर आरोप लगे, तब मैं सर्बिया में था। देश में तीन धाराओं का दुरुपयोग हो रहा है—दहेज प्रताड़ना, यौन शोषण और एससी-एसटी एक्ट। सरकार को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। इन मामलों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। अगर दुरुपयोग साबित होता है तो झूठा आरोप लगाने वालों को दुगनी सजा मिलनी चाहिए।
जातीय जनगणना पर उन्होंने कहा कि पूरा देश जातीय जनगणना चाहता है। कुछ लोग इसे बम फूटने जैसा बता रहे हैं। कह रहे हैं कि कुछ जातियां देश छोड़ देंगी या सवर्णों के लिए अलग देश बनेगा। यह सब हवा बनाई जा रही है। जब सबकी मांग थी तो केंद्र सरकार इसे कर रही है।