पूर्णियां/मलय कुमार झा
पूर्णिया में खाकी वर्दीधारी पर बदनुमा दाग लगा है रक्षक ही भक्षक हो जाय तो सवाल उठना लाजिमी है। रूपये की लालच में पुलिस से बन गया वर्दी वाला गुंडा।
अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने वाले दारोगा ही खुद लूट के मामले में जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गया। लूट के शिकार युवक ने के हाट थाने में शिकायत की तो एसपी कार्तिकेय शर्मा के निर्देश पर त्वरित जांच हुई। रात्रि गश्ती में शामिल एएसआई अरुण कुमार झा, सिपाही अनुज कुमार तथा योगेंद्र पासवान 01 लाख 10 हजार रुपये लूटने का अभियुक्त साबित हुआ। लिहाजा दारोगा सहित दो सिपाही को जेल भेज दिया गया। एसपी कार्तिकेय शर्मा ने प्रेसवार्ता करते हुए घटना की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूर्णियां जिले के कसबा थाना क्षेत्र के मोहिनी पंचायत निवासी अभिनंदन यादव 13 मई की देर रात 01 लाख 50 हजार रुपये लेकर अपने घर लौट रहा था। इस क्रम में जब वह के हाट थाना क्षेत्र के चुन्नी उरांव चौक पहुंचा तो रात्रि गश्ती में शामिल पुलिस कर्मियों द्वारा उसे रोका गया। पुलिसिया जांच के क्रम में युवक के पास से नकद 1 लाख 50 हजार रूपये पुलिस को मिली। दारोगा और दो सिपाहियों ने 1 लाख 10 हजार रुपये छीन लिया ।युवक को चुप रहने की हिदायत देकर धमकाते हुए छोड़ दिया। रुपये छीनने की घटना में एक अन्य युवक के नगर थाना के वार्ड नंबर दस गढ़िया बलुआ निवासी नरेश यादव के पुत्र अमन कुमार उर्फ गोलू का भी नाम सामने आया जिसकी रुपये छिनतई में प्रमुख भूमिका है। आरोपी अमन के पास से पुलिस ने लूट का 1 लाख 10 हजार नकद रुपया बरामद किया। पुलिस ने अमन को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि
रात्रि गश्ती में वाहन जांच के दौरान रुपया जब्त किया गया उसकी सही जांच नहीं कर एक पुलिस अधिकारी और दो जवानों ने निजी लाभ के लिए उसे रख लिया। जैसे ही घटना के बारे में मालूम हुआ तो के हाट थाना प्रभारी ने जांच की ओर रुपये छिनतई के मामले का पर्दाफाश हुआ। एसपी ने कहा कि वादी अभिनंदन यादव शराब मामले में पहले जेल जा चुका है। फिलहाल इस कांड में शामिल चारों आरोपियों को जेल भेज दिया गया।