नालंदा/मिथुन कुमार
रविवार को मुख्यमंत्री का पैतृक गांव कल्याण बीघा में हर चौक चौराहे पर भारी संख्या में पुलिस वालों की तैनाती की गई। दरअसल जन जुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर का मुख्यमंत्री के पैतृक गांव कल्याण बीघा में हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत होनी थी। जिसको लेकर प्रशांत किशोर का आना पूर्व से प्रस्तावित था। इसके बाद बिहार शरीफ के श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में जन जुराज पार्टी का उद्घोष यात्रा कार्यक्रम के तहत एक सभा भी आयोजित होना है। प्रशांत किशोर के आगमन को लेकर पूरा कल्याण बीघा इलाका छावनी में तब्दील रहा। हर नाके पर सुरक्षा कर्मियों एवं मैजिस्ट्रेट की तैनाती की गई। वहीं मुख्यमंत्री के पैतृक गांव कल्याण बीघा के स्थानीय लोगों ने कहा कि प्रशांत किशोर को किसी भी सूरत में हम कल्याण विभाग में घुसने नहीं देंगे। ग्रामीणों का सीधा कहना है कि प्रशांत किशोर ने हमें क्या दिया जो वह मुख्यमंत्री के पैतृक गांव कल्याण विभाग आ रहे हैं। वही जसराज पार्टी के कार्यकर्ता ने कहा कि हमें चारों तरफ से कल्याण बीघा गांव के अंदर जाने से रोका जा रहा है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर हम कार्यकर्ताओं को गांव में जाने से रोका जा रहा है। प्रशासन का तानाशाही रवैया बिल्कुल ठीक नहीं है। जन सुराज पार्टी बिहार में जमीन सर्वे करने के नाम पर व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री को विज्ञापन देना चाहते हैं जिसको लेकर हस्ताक्षर अभियान कल्याण बीघा शुरू करना चाह रहे थे। वही बिहार शरीफ एसडीओ ने कहा कि यहां का परमिशन नहीं होने के कारण जैन स्वराज पार्टी के लोगों को रोका जा रहा है।