आंधी पानी ने मचाई तबाही सौ घरों का उड़ गया छप्पर मक्का और केले की फसल जमींदोज हाहाकार चहुंओर
पूर्णियां/मलय कुमार झा
पूर्णियां जिले के पूर्व प्रखंड के अंतर्गत रहुआ पंचायत के वार्ड नंबर दस और ग्यारह में
देर रात तेज आंधी बारिश ने किसानों पर जमकर कहर बरपाया। प्राकृतिक आपदा की मार ने अन्नदाता किसानों को बर्बाद कर दिया। आंधी में किसानों की मेहनत और भविष्य का अरमान सबकुछ तबाह हो गया। चालीस किलोमीटर की तेज रफ्तार से चले तूफान में खेत खलिहान मकान बड़े पेड़ और फसल को भारी नुकसान हुआ है। बताया जा रहा है कि लगभग 100 से अधिक परिवार का घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। हवा के वेग से सत्तर से ज्यादा घरों के बांस बल्ले से बनी छत और टीन का चदरा उड़ गया है जबकि अन्य घरों का चदरा पूरी तरह टूटकर खेत में जा गिरा। चदरा के उड़ने से आधा दर्जन लोग घायल हैं। दो एकड़ में लगा केले का पेड़ टूटकर पूरी तरह जमीन पर गिर गया। खेत में मक्के की फसल पक कर तैयार थी। बारिश आंधी में सब खत्म हो गया। कर्ज लेकर किसानों ने खेती की थी अब उन्हें चिंता सता रही है कि आखिर परिवार कैसे चलाएंगे और
महाजन का कर्ज कैसे चुकाएंगे। कीमती लकड़ी वाले सागवान, शीशम, आम का पेड़ भी धाराशायी हो गया। किसानों का कहना है कि हमलोग मक्का तैयार करने की सोच रहे थे कि अचानक आए आंधी तूफान में सब बारिश की भेंट चढ़ गया। लगभग पचास लाख रूपये की फसल बर्बाद हो गई। तूफान के बाद हिम्मत कर किसान किसी तरह बांस बल्ले से घर बनाने में जुट गये हैं। पीड़ित किसान सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।