पूर्णियां/मलय कुमार झा
बिहार सरकार ने महिलाओं को पिंक बस सेवा की नयी सौगात दी है। इसमें ड्राइवर से लेकर कंडक्टर की कमान महिलाओं के हाथ में होगी। राजधानी पटना के बाद पूर्णियां में पहली बार यह बस सेवा शुरू होने जा रही है। इसके लिए बिहार राज्य पथ परिवहन निगम ने पूर्णियां के थाना चौक स्थित डिपो को दो पिंक बस उपलब्ध कराया है। दस किलोमीटर के दायरे में इसका संचालन होगा। यह बस काफी आरामदायक है और इसमें सिर्फ महिलाएं ही सफर करेगी। बस पूरी तरह जीपीएस सिस्टम से लैस है। सुरक्षा के नजरिये से इसमें दो सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है जिसका कमांड ड्राइवर के पास लगे डिस्प्ले बोर्ड पर दिखता रहेगा। इसके जरिये बस में बैठी महिला यात्रियों की गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी। इसके अलावा
तीन डिस्प्ले बोर्ड, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट, आॅटोमेटिक डोर है जो बटन पुश करने के बाद खुलता है। सीएनजी से इस पिंक बस का संचालन होगा जिससे प्रदूषण नहीं फैलैगा और पर्यावरण के दृष्टिकोण से बेहद मुफीद है। 21 सीटों वाले इस बस में बाईं तरफ कुल आठ सीट जबकि दाईं ओर छह सीटें हैं। इसके अलावा ड्राइवर के बाईं ओर दो सीट और सबसे पीछे पांच सीटें हैं। महिला कंडक्टर के बैठने के लिए एक सुरक्षित सीट भी है। हर सीट के नीचे मोबाइल चार्ज करने की सुविधा है। पथ परिवहन निगम ने अस्थाई परमिट के लिए क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार के पास आवेदन किया है। इसके लिए बस के रुट, टाइम टेबल और भाड़े का निर्धारण भी होना है। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम पूर्णियां के क्षेत्रीय प्रबंधक अजिताभ आनंद ने बताया कि हरदा से गुलाब बाग जीरो माइल तक पिंक बस के परिचालन किये जाने की संभावना है। सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक बस निर्धारित रुट पर चलेगी। भाड़े का निर्धारण होना बांकी है। उन्होंने कहा कि बस के लिए महिला ड्राइवर की खोज की जा रही है महिला ड्राइवर नहीं मिलने पर पुरूष चालक द्वारा बस का संचालन किया जाएगा जबकि कंडक्टर के रूप में महिला ही टिकट काटेगी। आनेवाले समय में बसों की संख्या बढ़कर दस होगी।