नालंदा/मिथुन कुमार
जिले में वट सावित्री पूजा के मौके पर सोमवार को सुबह से ही महिलाओं की भारी भीड़ वट वृक्ष के नीचे उमड़ पड़ी। पारंपरिक परिधान में सजी-संवरी सुहागिन महिलाओं ने अपने पतियों की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए श्रद्धा एवं भक्ति के साथ व्रत रखा और विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की।सुबह से ही महिलाएं पूजा की थाली, फल-फूल, पूजन सामग्री एवं मिट्टी से बने सावित्री-सत्यवान की मूर्ति लेकर वट वृक्ष के नीचे पहुंचीं। उन्होंने वटवृक्ष की परिक्रमा की और अपने सुहाग की रक्षा के लिए व्रत कथा सुनी।मान्यता है कि वट सावित्री व्रत के दिन सावित्री ने अपने तप और संकल्प से यमराज से अपने पति सत्यवान के प्राण वापस ले लिए थे। उसी की स्मृति में यह व्रत किया जाता है।पूरे वातावरण में श्रद्धा और आस्था का माहौल दिखा। महिलाओं की आस्था और पूजा के प्रति समर्पण देखते ही बन रहा था।पंडितों के अनुसार हालांकि इस बार वट सावित्री पूजा ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 26 मई यानी आज दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर शुरू होगी और तिथि का समापन 27 मई यानी कल सुबह 8 बजकर 31 मिनट पर होगा।