पूर्णियां/मलय कुमार झा
जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा ने सर्किट हाऊस में प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार है तो सब जगह भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि सरकारी अफसर को जनता के पैसे से सैलरी मिलती है। अफसर जनता की सेवा के लिए होता है। सरकार जो ये तंत्र चला रही है ये लोगों के लिए है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के सरकार में कोई दाग़ नहीं लगा सकता है कोई अफसर यह नहीं कह सकता है उसे यह कहा गया हो कि पैसा कमा के दो। अगर कोई भ्रष्ट होता है तो वह अपने लोभ के लिए भ्रष्ट होता है। मनीष वर्मा ने कहा कि यदि किसी अफसर के बारे में भ्रष्टाचार से संबंधित सूचना आती है तो उसे दंड मिलना तय है उसे तुरंत बर्खास्त किया जाता है। शराबबंदी के मुद्दे पर कहा कि महिलाओं के कहने पर मुख्यमंत्री ने शराबबंदी की। इससे महिलाएं पीड़ित होती थी। शराबबंदी से लड़ाई झगड़ा बंद हुआ। अब कुछ
लोग कह रहे हैं कि इससे राजस्व का नुक़सान हो रहा है।
जेडीयू राष्ट्रीय महासचिव ने प्रशांत किशोर पर हमला करते हुए कहा कि जन सुराज का राजनीतिक माडल पैसों के बल पर राजनीति करना है। जनसुराज का कारपोरेट माडल है पैसा लाओ भाड़े पर आदमी को रखो। भाड़े पर काम कराओ जब सत्ता हासिल करो तो लूटो। पार्टी में कहां से पैसा आ गया। उन्होंने कहा की जनसुराज के स्वयंभू हैं प्रशांत किशोर जी वे किस पद पर काम कर रहे हैं वहां पर कौन नेता हैं। एक ऐसा हिटलर टाइप का व्यक्ति पार्टी चला रहा है। वो पार्टी थोड़े ही है भाड़े के लोगों का समूह है। मनीष वर्मा ने कहा कि किस बदलाव के लिए प्रशांत किशोर ने राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है। जिसके पास पैसा है उसे राष्ट्रीय अध्यक्ष बना देते हैं। यदि ये जनसुराज का माडल है तो जनता इसे पूरी तरह नकारती है। उनके पास पैसे वाले लोग हैं पैसे से धंधा चला रहे हैं। पटना के गांधी मैदान की रैली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मैदान खाली था सिर्फ कुर्सियां लगी बस आई थी मगर आदमी नहीं था जनता ने सीधे तौर पर जनसुराज को नकार दिया।