पूर्णियां/ मलय कुमार झा
पूर्णिया के प्रमंडलीय बाल किलकारी भवन में 20 दिवसीय चक धूम धूम समर कैंप का पूर्णिया के अपर समाहर्ता राजकुमार ने उद्घाटन किया। कुल बारह विधाओं के 23 गतिविधियों में बच्चे ट्रेनिंग लेंगे। इसमें विभिन्न विधा के तहत बच्चों को हरेक दिन बाहर से आए प्रशिक्षक प्रशिक्षण देंगे।
इस दौरान किलकारी के बच्चों ने स्वागत गान पेश किया। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति देकर समां बांध दिया। हर साल समर कैंप का आगाज एक नए तरीके से किया जाता है इस बार मनोकामना वृक्ष में संदेश लिखकर एडीएम ने इसकी शुरुआत की। किलकारी के संगीत और नृत्य विधा के बच्चों ने सर्किट हाउस स्थित ग्रीन पार्क और ततमा टोली स्थित ठाकुरबाड़ी दुर्गा मंदिर में प्रस्तुति देकर लोगों को समर कैंप के बारे में जानकारी दी।
दो जून से 22 जून तक समर कैंप में महाराष्ट्र के वर्ली आर्ट, केरल कलपत्तु मार्शल आर्ट शास्त्रीय संगीत के लिए कोलकाता से कैलाश पुरी, बाउल संगीत के लिए हिमांशु चटर्जी सहित अन्य राज्यों से प्रशिक्षक पहुंच रहे हैं। इसमें पुराने विलुप्त हो रहे खेल का भी आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत रसना दौड़, गोल-गप्पे दौड़, जलेबी दौड़ सहित अन्य फन गेम में भी बच्चे भाग लेंगे। समर कैंप का दो सत्रों में आयोजन होगा। सुबह 10 बजे से 1 बजे दोपहर तक पहला और दूसरा सत्र दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। एडीएम ने कहा कि समर कैंप के माध्यम से बच्चों को सृजनात्मक प्रतिभा का अवसर दिखाने का मौका मिलता है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार द्वारा संचालित किलकारी संस्था में गरीब तबके के बच्चों को मुफ्त ट्रेनिंग दी जाती है। यहां के बच्चे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। इसके अलावा 26 जनवरी को दिल्ली में भी पूर्णियां किलकारी के बच्चे सफलता का परचम लहरा सकते हैं। एडीएम ने यह भी कहा कि यहां के बच्चों में काफी प्रतिभा है आनेवाले समय में देश विदेश में भी यहां के बच्चे नाम रोशन करेंगे। किलकारी के प्रमंडलीय समन्वयक त्रिदीप शील ने कहा कि बीस दिवसीय समर कैंप में कोलकाता, महाराष्ट्र, हरियाणा, प्रयागराज सहित अन्य जगहों से प्रशिक्षक बच्चों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।