पूर्णियां/मलय कुमार झा
यदि आप भी मोबाइल चलाते हैं तो हो जाएं सावधान बिना सोचे समझे किसी भी गेमिंग ऐप का इस्तेमाल न करें। हम आपको जो बताने जा रहे हैं उसे सुनकर आप भी चकित रह जाएंगे। पूर्णिया जिले में एक शातिर साइबर ठग को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इसका खुलासा तब हुआ जब पीड़ित अभिषेक चौबे ने साइबर थाने में इसकी सूचना दी। बताया जा रहा है कि शहर के सहायक खजांची थाना क्षेत्र के लाइन बाजार निवासी स्वo शब्बीर आलम के पुत्र यासिर अराफात KIRACRIC डाॅट काॅम गेमिंग ऐप के माध्यम से सीमांचल ट्रेडिंग के यूपीआई आई डी के नाम से देश के विभिन्न राज्य के लोगों से लाखों की ठगी कर रहा था। इस दौरान पूर्णियां के अभिषेक चौबे नाम के युवक से साइबर ठग यासिर ने 15 लाख रुपये की ठगी कर ली। अभिषेक ने साइबर थाने में साइबर ठगी का मामला दर्ज कराया। अभिषेक ने यूपीआई आईडी का एड्रेस निकाल कर सीमांचल ट्रेडिंग के स्थाई पता तक पहुंचा तो ठग से कहासुनी हुई। साइबर ठग उसे तरह तरह की बात कह कर अपनी सफाई देने लगा। पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा को जब इसकी सूचना मिली तो उसके बाद इस पर त्वरित कार्रवाई की गई। साइबर क्राइम डीएसपी चंदन ठाकुर ने एसपी कार्यालय में प्रेसवार्ता करते हुए इस पूरे ठगी प्रकरण का खुलासा करते हुए कहा कि ठगी की सूचना के उपरांत साइबर थाना के पुलिस अवर निरीक्षक संतोष झा के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया। साइबर क्राइम डीएसपी ने बताया कि तकनीकी विश्लेषण और आसूचना संकलन के आधार पर पता चला कि साइबर ठग यासिर अराफात सिमांचल ट्रेडिंग के नाम से शहर के रजनी चौक पर एक काउंटर का संचालन करता है। इसके उपरांत साइबर थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में उक्त स्थल पर छापेमारी की गई और ठग यासिर को गिरफ्तार कर थाना लाया गया। उसके पास से पुलिस ने एक लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त किया । डीएसपी चंदन ठाकुर ने कहा कि साइबर ठग ने अपना अपराध स्वीकार किया। पुलिसिया पूछताछ में अभियुक्त ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि उसने कीड़ा क्रिक ऐप के माध्यम से लोगों को लगभग दो से तीन करोड़ रूपये का चूना लगाया है। साइबर डीएसपी ने कहा कि आरोपी यासिर ने मोबाइल नंबर 9852486646 से ठगी के शिकार अभिषेक चौबे को इसी नंबर से 20 मई को धमकी दी थी। जबकि दूसरे मोबाइल नंबर 9431845730 से यूपीआई
आईडी के माध्यम से रूपये ट्रांसफर करता था। अभी तक देश में कुल दो से तीन करोड़ रुपये की ठगी की गई है। ठग यासिर अराफात के लैपटॉप को खोलकर जांच की गई तो पूरे भारत में उस पर साइबर ठगी के कुल पांच हजार मामले दर्ज पाए गये। फिलहाल पुलिस ने ठगी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।