मोतिहारी/सोहराब आलम
एक तरफ बिहार के डीजीपी पुलिस को पीपुल फ्रेंडली बने और लोगों के साथ बेहतर व्यवहार करने और सम्मान देने का निर्देश दे रहे हैं लेकिन मोतिहारी के पिपरा कोठी के थाना की पुलिस लोगों से तुम ,तड़ाक और धमकी भरे लहजे में बात कर रही है जिसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है जीवधारा के किशनपुर के गांव वालों ने वीडीओ बनाकर डीजीपी से गुहार लगाई है पीड़ित परिवार का आरोप है कि पिपरा कोठी थाने के सीईओ सुनील कुमार से मिलकर पिपरा कोठी थाने की पुलिस ने गांव के लोगों को परेशान कर झूठे केस में फंसा कर जेल भेज दिया है बताया जाता है की जीव धारा के किशनपुर में अजय राय नाम का व्यक्ति अपने निजी पोखरा पर छठ घाट का निर्माण कर रहा था तब तक किसी विपक्षी पार्टी ने इसकी सूचना पिपरा कोठी सीओ को दी ……सीओ दलबल के साथ निर्माण स्थल पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को कोर्ट में घसीटने और जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं तस्वीरों में साफ तौर पर देख रहे हैं कि पिपरककोठी के थाना प्रभारी कैसे लोगों को धमका रहे हैं लोगों को भगा रहे हैं थाना प्रभारी के इस करतूत की पूरी वीडियो गांव वालों ने मोबाइल में कैद कर ली है और एसपी स्वर्ण प्रभात को भेज दिया है निश्चित तौर पर जमीनी विवाद को लेकर जिस तरह से अधिकारी और पदाधिकारी एक तरफा फैसला ले रहे हैं लगातार लोग के साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं आने वाले समय में कोई बड़ी घटना की पुर्नवृत्ति हो जाए इससे इनकार नहीं किया जा सकता है इससे पहले पिपरा कोठी के सीईओ सुनील कुमार ने गांव के ही दो लोग विजय कुमार रितेश कुमार को बेवजह झूठे केस में फंसा कर जेल भेज दिया है जिसके बाद गांव वाले काफी उग्र हो रहे हैं।क