शेखपुरा/धीरज सिन्हा
शेखपुरा. कांग्रेस कार्यालय आज़ाद हिंद आश्रम से समाहरणालय मुख्यद्वार तक सैकड़ों कांग्रेस नेताओं ने जिला अध्यक्ष प्रभात कुमार चंद्रवंशी, कार्यकारी अध्यक्ष रौशन कुमार, युवा कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष माधव पांडे, पूर्व जिला अध्यक्ष शिवशंकर महतो, बरबीघा प्रखंड अध्यक्ष शंभु सिंह, महिला नेत्री शोभा देवी, रेशमा बनो, इरशाद अंसारी, रविशंकर सिंह, सन्नी सिंह और सुमन कुमार आदि सैकड़ों प्रदर्शनकारी झंडों और नारों के साथ शहर के बाजार में यात्रा कर प्रदर्शन किया. बढ़ती भीड़ और कांग्रेसियों के कारण जिला प्रशासन ने पहले से बड़े – छोटे द्वार बंद कर रखा था. प्रदर्शन के नेतृत्व कर रहे जिला अध्यक्ष प्रभात कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि यह आंदोलन छात्र-युवाओं की वेदनाओं की आवाज़ है. जिसे नीतीश – मोदी की सरकार को समझना होगा. बिहार भर में सबसे ज्यादा प्रतिशत पलायन और बेरोज़गारी का शेखपुरा जिला में देखा जा रहा है. जिसे सरकार छिपा रही हैं. सरकार की नीतियां युवा विरोधी हैं इस कारण सारी परीक्षाओं में धांधलियां हो रही हैं. उन्होंने कहा कि मैं युवा हु इसलिए छात्रों की समस्याएं ज्यादा महसूस कर रहा हूं. हमारे छात्र तीन तीन गुना ज्यादा समय पुस्तकालय और कोचिंग में बीता रहे हैं. उसके बावजूद योग्य छात्रों को धांधलियों के कारण रोका जा रहा है और अगर संवैधानिक रूप से मांग रखते हैं तो लाठियों से कुचले जाते हैं. हम चाहते हैं कि सरकार “पलायन रोको नौकरी दो अन्यथा कुर्सी छोड़ो” रौशन कुमार ने कहा कि बरबीघा की जनता में इतनी बेरोजगारी है कि देखकर रोना आता है. युवा नेता माधव पांडे ने कहा कि हमारा आंदोलन शांतिपूर्वक है लेकिन आगे चलकर उग्र रूप लेगी अगर सरकार गूंगी बाहरी बनी रहती है तो. महिला नेत्री शोभा देवी ने कहा कि बेरोजगारी का सबसे ज्यादा असर हम महिलाओं को झेलना पड़ रहा है. बच्चों को पौष्टिक आहार देना मुश्किल हो गया है. सारे कांग्रेसियों का रोष इस तपती गर्मी में साफ देखी जा रही थी।