झगड़े की आवाज़ के पीछे क्या है अल्ट्रासाउंड की असली कहानी ?

कटिहार/ रतन कुमार

 

कटिहार के बारसोई थाना रोड पर आज फिर वही हुआ… जो हर दिन होता है मरीज को लेकर मारा-मारी, और अल्ट्रासाउंड से पहले अल्ट्रा झगड़ा… अब जरा सीसीटीवी कमरे में सीन देखिए……मरीज बेचारा खड़ा सोच रहा था कि किधर जाऊं और उधर आशा हेल्थकेयर और हिंदुस्तान अल्ट्रासाउंड के स्वास्थ्य योद्धा भिड़ गए। मामला सीधा था कौन ले जाएगा मरीज को अपने सेंटर ? लेकिन बात इतनी सीधी कहां रहती है ? नोंकझोंक… सीधा फुल एक्शन मोड। आशा हेल्थकेयर के संचालक मोहम्मद दिलावर हुसैन अपने दल-बल के साथ जा पहुंचे हिंदुस्तान अल्ट्रासाउंड के भीतर और फिर वही हुआ जो फिल्मों में होता है। लात घूंसे बरसे, काउंटर का शीशा टूटा और अंत में मामला थाने में पहुंचा। वहीं दूसरी तरफ हिंदुस्तान अल्ट्रासाउंड की यमुना देवी ने कहा मेरे साथ जुल्म हुआ, FIR लिखो दरोगा बाबू…. अब बात सिर्फ मारपीट की होती तो ठीक थी, मामला और भी गहरा है। लिंग जांच और अवैध गर्भपात तक की आशंका जताई जा रही है। जी हां ये वही क्लिनिक हैं जहां ना कोई रेडियोलॉजिस्ट है, ना अल्ट्रासाउंड टेक्नीशियन, लेकिन फिर भी धड़ल्ले से धड़क रहा धंधा।इस इलाके में चर्चा है की अल्ट्रासाउंड तो बस नाम है, असली काम कुछ और खास है। और ये सब हो रहा है अनुमंडल मुख्यालय से महज 500 मीटर की दूरी पर। अब सवाल ये उठता है प्रशासन सो रहा है या हॉर्न बजा के निकल गया ? बिना टेक्नीशियन कौन चला रहा ये क्लिनिक ? और सबसे बड़ा सवाल अगली बार मरीज जाएगा तो पहले डॉक्टर से मिलेगा या मुक्केबाज़ से ? फिलहाल तो बारसोई में स्वास्थ्य सेवाएं नहीं, “हेल्थ हंट” चल रहा है।जहां मरीज से पहले उसे खींचने की लड़ाई हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Our Associates

Prediction: Bihar assembly election 2025