पूर्णियां/मलय कुमार झा
कोरोना काल में ऑक्सीजन प्लांट लोगों के लिए जीवनदायिनी का काम किया। उस समय बिहार सरकार ने लाखों रूपये की राशि से पूरे तामझाम के साथ प्लांट लगा दिया। मगर गुजरते वक्त के साथ रखरखाव के अभाव में अब यह बंद पड़ा है इसका सुध लेने वाला कोई नहीं है। यह पूर्णियां जिले के बनमनखी विधानसभा क्षेत्र में आता है यहां से भाजपा विधायक कृष्ण कुमार ऋषि हैट्रिक चुनाव जीत चुके हैं। सुरक्षित क्षेत्र होने के कारण और पीएम मोदी के नाम पर लगातार जीत का दरवाजा खुल जाता है। जनता के वोट से जीते सत्ता के मद में चूर बीजेपी विधायक को इतनी भी फुर्सत नहीं है कि हाॅस्पिटल जाकर जनता की समस्या को देखे। जिले के बनमनखी अनुमंडलीय अस्पताल का आॅक्सीजन प्लांट चार साल से बंद पड़ा है। साल 2021 में इसकी शुरुआत हुई थी। अनुमंडलीय अस्पताल के कर्मचारी धीरेन्द्र कुमार ने कहा कि चार साल से यह बंद पड़ा है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में जो पाइप बिछाया गया था उसमें से कुछ पाइप और तार की चोरी हो गई। इसके बारे में यहां के अधिकारी को भी मालूम है। लिहाजा खाली ऑक्सीजन सिलेंडर को बनमनखी से 40 किलोमीटर दूर पूर्णियां में रिफिलिंग कराया जाता है जिसमें समय के साथ साथ काफी रूपया भी खर्च करना पड़ रहा है। बनमनखी अनुमंडलीय अस्पताल में जानकीनगर , बहोरा, कचहरी बलुआ, सरसी, पारस मणि सहित एक दर्जन से ज्यादा पंचायत के लोग हर दिन इलाज कराने पहुंचते हैं। इस हाॅस्पिटल में रोजाना लगभग तीन सौ रोगियों का इलाज होता है। ऑक्सीजन प्लांट का पाइप लाइन प्रत्येक बेड तक बिछाया गया है ताकि लोगों को आराम से ऑक्सीजन मिल सके। हर महीने सरकार से मोटी तनख्वाह उठाने वाले पूर्णियां के सिविल सर्जन डा0 प्रमोद कुमार कनौजिया ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि बनमनखी अनुमंडलीय अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट बंद है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारी को सूचित किया जा चुका है। जल्द ही इसमें सुधार होगा। यह प्लांट कितने की राशि से बना है इसके बारे में सिविल सर्जन को कोई जानकारी नहीं है।
उन्होने कहा कि प्लांट से चोर पाइप काट कर ले जाते है इसके कारण प्लान्ट बंद है। मगर बड़ा सवाल है कि जब अस्पताल में सुरक्षा गार्ड प्रतिनियुक्त है तो फिर सरकारी सामान की चोरी कैसे हो रही है।