देखने के लिए उमड़ रहा आस्था का जनसैलाब, बड़ी संख्या में पहुंच रहे लोग
शेखपुरा/धीरज सिन्हा
जिले के सिरारी थाना क्षेत्र अंतर्गत वर्मा गांव के बधार में भगवान उमा महेश्वरी की प्रतिमा निकली है. लोगों का मानना है सावन महीने से पहले भगवान भोलेनाथ खुद दर्शन दे दिए हैं. ऐसे में जहां प्रतिमा निकला है. वहां पर आस-पास के गांव के अलावे शहरी क्षेत्र से भी लोग बड़ी संख्या में प्रतिमा को देखने वहां पहुंच रहें है. आस्था से जुड़ी इस प्रतिमा का पूजा पाठ भी ग्रामीणों ने शुरू कर दिया है. ग्रामीण महिलाएं प्रतिमा के पास पहुंचकर पूजा पाठ कर रहे है. ग्रामीण महिलाएं भगवान भोलेनाथ को गीत गाकर प्रशन्न करने में लगी है. ग्रामीणों ने बताया है की कल देर शाम गांव के एक बुजुर्ग जो गव चारण कर रहे थे उन्होंने कुछ बच्चो को लकड़ी से खोदते हुए देखा तो उन्होंने बच्चों को उस स्थान से हटाया और खुद उसे खोदने लगे. जब उन्हें लगा की यहाँ पर प्रतिमा है तो वे भागे भागे गांव की ओर गए और ग्रामीणों को उस स्थान पर बुला कर इकट्ठा किया फिर उसकी खुदाई की गई. खुदाई में लगभग 700 सौ साल पुराना खंडित भगवान उमा महेश्वरी की आदम कद प्रतिमा निकाली गई. फिर ग्रामीणों के सहयोग से उसे उसी स्थान पर स्थापित करने का निर्णय लिया गया. ग्रामीणों ने बताया की सर्व प्रथम यहाँ पर पहले गांव के ही पशु चरवाहा बुजुर्ग मुरारी सिंह के द्वारा यहाँ पर प्रतिमा होने की बात ग्रामीणों को बताई गई. जिसके बाद ग्रामीणों ने उसे आस्था से जोड़कर उसकी पूजा पाठ शुरू कर दी. अब वहां पर हजारों हजार की संख्या में श्रद्धालू उसे देखने के लिए उस स्थान पर पहुंच रहें है. वहीं तालाब खुदाई के दौरान प्रतिमा निकलने की सुचना पर सिरारी थाना की पुलिस थानाध्यक्ष धनंजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस बल उक्त स्थल पर पहुंची और जांच शुरू कर दिया. इस बाबत थानाध्यक्ष ने बताया है की उमा महेश्वरी की प्रतिमा निकलने की सुचना मिली थी उसी का जांच के लिए वे आएं हैं. इसकी सुचना उनके द्वारा वरीय अधिकारी को दे दी गई है. प्रतिमा की सुरक्षा के लिए कल देर रात ग्रामीणों ने रतजग्गा कर उसकी निगरानी कर रहें हैं वही अब पुलिस भी भगवान की सुरक्षा में लग गए हैं. ग्रामीणों ने बताया की प्रतिमा जहां से निकली वहां से तीन जिंदा कछुए भी पाए गए हैं ग्रामीणों का मानना है की कछुआ भगवान की सुरक्षा में लगा हुआ था. वहीं इसकी जानकारी देते हुए एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने बताया है की प्रतिमा निकलने की सुचना मिलने पर जांच का आदेश सिरारी थानाध्यक्ष को दिया गया है. पुलिस उक्त स्थल पर तैनात है. आगे पुरातत्त्व विभाग को इस संबंध में एसपी ने जानकारी दिए जाने की बात कही है. लेकिन सवाल अब यह है की ग्रामीण उसी सरकारी स्थल पर प्रतिमा को स्थापित कर मंदिर निर्माण करने की मांग कर रहें हैं. लेकिन प्रशासन और पुरातत्त्व विभाग इस मामले पर क्या कार्रवाई करती है देखना लाजमी होगा.