अररिया/विभाष कुमार
अररिया जिला मंडल कारा में एक बार फिर कैदी की मौत ने जेल प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के कमलडांगा फुलडांगा निवासी शिबू घोष (27), जो शराब तस्करी मामले में पांच साल की सजा काट रहा था, की गुरुवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।जानकारी के अनुसार, शिबू को अचानक इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के भाई इंदु घोष ने बताया कि वह सुबह ही मालदा से मिलने आया था। जब पुलिस उसे लेकर आई, तब शिबू के मुंह से खून निकल रहा था और शरीर पर खून के धब्बे के निशान थे।इधर जेल अधीक्षक सुजीत कुमार झा ने बताया कि कैदी को निमोनिया समेत कई गंभीर बीमारियां थीं। उसका इलाज भागलपुर और पटना में कराया गया था और हाल ही में वह जेल लौटा था। गुरुवार सुबह अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और मौत हो गई।गौरतलब है कि शिबू की रिहाई महज डेढ़-दो महीने में होने वाली थी। इस घटना के बाद जेल की व्यवस्था पर सवाल उठना लाजिमी है। इससे पहले 2 जुलाई को मधेपुरा निवासी कैदी सुधीर राम ने फांसी लगाकर आत्महत्या की कोशिश की थी। लगातार हो रही इन घटनाओं से साफ है कि जिला मंडल कारा में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है, लेकिन प्रशासन अब तक लापरवाह बना है।