बिहार के लोगों को कैसे मिलेगा 1 करोड़ रोजगार बताएं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार – प्रशांत किशोर

पूर्णियां/मलय कुमार झा

बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जनसुराज लगातार जनसंवाद कर रही है। इसी क्रम में जनसुराज के सूत्रधार
प्रशांत किशोर पूर्णियां पहुंचे जहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह के पार्टी कार्यालय सभागार में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रशांत किशोर ने डबल इंजन की सरकार और केंद्र पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पूंजी और श्रम के पलायन को रोक कर यहां से पलायन की समस्या पर विराम लगा सकते हैं।
बिहारियों के पलायन के मुद्दे पर प्रशांत किशोर ने प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि 17 महीने के कार्यकाल में जितना भी नौकरी दिए हैं उसके बारे में सार्वजनिक तौर पर बताएं कि किस विभाग में कितने लोगों को रोजगार मिला। उन्होंने कहा कि पलायन के मुद्दे को किसी सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया। इस समस्या के समाधान के लिए बीस साल नीतीश सरकार पंद्रह साल लालू यादव की सरकार और उसके पूर्व कांग्रेस की सरकार ने कोई काम नहीं किया लिहाजा आज भी बिहार के लोगों को पलायन का दंश झेलना पड़ रहा है। दूसरे राज्यों में बिहार के लोग जिल्लत की जिंदगी जीने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा 1 करोड़ रोजगार दिये जाने के चुनावी वादे पर पर तंज कसते हुए कहा कि नीतीश जी बताए कि 1 करोड़ लोगों को रोजगार कैसे मिलेगा। सरकार के रोजगार का पोल खोलते हुए कहा कि प्रशांत किशोर ने कहा कि बीते चार दशक में महज 23 लाख लोगों को बिहार में नौकरी मिली तो 1 करोड़ नौकरी कितने दिनों में देंगे। अगले तीन महीने में ही मुख्यमंत्री 3 लाख नौकरी देकर दिखा दें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।
नेता लोगों को रोजगार देने के नाम पर बेवकूफ बना रहे हैं।

*पूंजी के पलायन को रोकें नहीं होगा श्रम का पलायन*

प्रशांत किशोर ने बिहार में पलायन को रोकने का रास्ता बताते हुए कहा कि जिस दिन प्रदेश से पूंजी का पलायन रुक जाएगा श्रम का पलायन अपने आप रूक जाएगा। इस संबंध में उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों का बैंकों से लगभग ढ़ाई लाख करोड़ रूपया दूसरे राज्यों को भेजा जाता है। इसे रोकने की जरूरत है‌। इस दौरान यह भी उल्लेख किया कि बिहार से हर साल हजारों बच्चे मेडिकल इंजीनियरिंग पढ़ने अन्य राज्यों में चले जाते हैं वे वहीं पर बस जाते हैं। जिस दिन पढ़े लिखे युवा बिहार में आकर नौकरी करने लगेंगे तो श्रम का पलायन भी रुकेगा और रोजगार का भी सृजन होगा।
जनसुराज के संस्थापक ने कहा कि बिहार के कटिहार, अररिया सहरसा पूर्णियां सहित अन्य जिले की सब्जी जब प्लेन और वातानुकूलित ट्रेन से दूसरे राज्यों में पहुंचने लगेगी तो इससे बिहारियों को गर्व भी होगा। लिहाजा किसानों को लाभ मिलेगा काम के लिए बाहर नहीं जाना होगा। इस क्रम में यह भी कहा कि यदि जन सुराज की सरकार आती है तो एक साल में पलायन पर रोक लगा देंगे।

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