पूर्णिया/मलय कुमार झा
महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी बदलो बिहार बनाओ नयी सरकार के संकल्प को लेकर विभिन्न जिले का भ्रमण कर रहे हैं। इसी अभियान के तहत तुषार गांधी पूर्णियां पहुंचे। जहां जयप्रकाश सेवा संस्थान की ओर से कला भवन के मुक्ताकाश मंच पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संस्था की ओर से बापू के प्रपौत्र का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया। इस मौके पर कांग्रेस सहित महागठबंधन के सभी दलों के कार्यकर्ता मौजूद थे।तुषार गांधी ने कहा कि लोकतंत्र में बदलाव होना जरूरी है ऐसा नहीं होने से लोकतंत्र कुंठित हो जाता है। उन्होंने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी आज भी किसानों और गरीबों की वही स्थिति है। उन्होंने कहा कि गरीबों के जीवन स्तर में सुधार नहीं हुआ है। दोनों बहुत कठिन परिस्थिति में जीवन यापन कर रहे हैं। इस दौरान तुषार गांधी ने कहा कि ये महात्मा गांधी के दुस्वप्नों का भारत है। एक सवाल के जवाब में कहा कि नील आंदोलन के दौरान बापू जब चंपारण आए थे उस वक्त किसानों की जो स्थिति वही हालात वर्तमान में कोसी नदी तट के किनारे रहनेवाले लोगों की है। हमें यह सोचना होगा आजादी के 78 साल बाद भी हमने क्या पाया इसलिए बदलाव की जरूरत है।बिहार के कानून व्यवस्था के बारे में तुषार गांधी ने कहा कि जो सत्ता में होता है वह हालात के लिए जिम्मेदार होता है। डबल इंजन की सरकार सिर्फ दुहाई देती है। इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मोदी जी ने कहा था कि बिहार में जंगलराज और गुंडा राज को सुधार देंगे। पिछले एक महीने में हत्या, लूट, बलात्कार अपहरण के साथ लगातार अपराध बढ़ रहा है। बिहार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। उन्होंने कहा कि हम महागठबंधन के साथ और एनडीए के खिलाफ हैं। बिहार में बदलाव के मद्देनजर यह मुहिम चुनाव के बाद भी लगातार जारी रहेगा।