पूर्णिया/मलय कुमार झा
भारत में क्रिकेट सबसे लोकप्रिय खेल है। मैदान में बाइस गज के पिच पर जब चौके छक्के की बरसात होती है तो क्रिकेट प्रेमी रोमांचित हो जाते हैं। टेस्ट क्रिकेट के बाद वन डे और टी -20 ने इसे नया आयाम दिया है। जबसे आईपीएल की शुरुआत हुई है इसने घर घर तक क्रिकेट को पहुंचा दिया है। शहर के गली मुहल्ले में क्रिकेट खेलने वाले आज भारतीय टीम के सदस्य हैं।
क्रिकेट के खेल में खिलाड़ियों को धनराशि के साथ विशिष्ट पहचान मिलती है। छोटे शहरों में भी क्रिकेट का क्रेज है। लिहाजा युवा क्रिकेटर आईपीएल खेलने की चाहत को लेकर मैदान पर पसीना बहा रहे हैं। पूर्णियां के रंगभूमि मैदान में प्रशिक्षक के नेतृत्व में दस से अठारह आयु वर्ग के बच्चे क्रिकेट का प्रशिक्षण ले रहे हैं। हर दिन तीन बजे से शाम छह बजे तक ये सभी युवा खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं। क्रिकेट प्रशिक्षक सक्षम सिंह ने बताया कि बच्चे काफी मेहनती हैं। मुझे विश्वास है कि पूर्णियां के युवा भी राष्ट्रीय फलक पर अपनी पहचान बनाएंगे। इसे कैरियर के रूप में भी अपना रहे हैं।
युवा क्रिकेटर ने कहा कि हम सभी क्रिकेट में बिहार का नाम रोशन करना चाहते हैं।