पूर्णियां/मलय कुमार झा
पूर्णियां पुलिस ने मृत व्यक्ति के नाम पर कारतूस बेचने का खुलासा किया है। इसमें तीन जिले पटना, पूर्णियां और खगड़िया का कनेक्शन सामने आया है। इस उलझे केस का निपटारा कर पुलिस ने मुख्य आरोपी सहायक के हाट थाना अंतर्गत महबूब खां टोला निवासी ब्रजकिशोर सिंह के पुत्र इंद्रजीत कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हिरासत में लिया गया युवक पूर्णिया के विशाल गन हाउस का संचालक है। एसपी स्वीटी सहरावत ने प्रेसवार्ता करते हुए घटना की विस्तृत जानकारी दी। एसपी ने कहा कि 11 जुलाई को पटना एसटीएफ की टीम ने हाजीपुर रेलवे स्टेशन स्थित स्टैंड के इलाके में छापेमारी कर पांच बदमाशों को अवैध कारतूस आर्म्स लाइसेंस बुक, और अन्य सामान के साथ दबोचा था। पुलिसिया पूछताछ में यह बात सामने आई की जिसके नाम से लाइसेंस बुक बनाया गया है उसकी एक साल पहले मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि खगड़िया जिले के मुफ्फसिल थाना निवासी जगदीश प्रसाद निराला के नाम पर खेल चल रहा था जो अब इस दुनिया में नहीं है। एसपी ने कहा कि पूर्णिया के विशाल गन हाउस के संचालक इंद्रजीत कुमार से मृत व्यक्ति जगदीश प्रसाद निराला के लाइसेंस पर हाजीपुर के पांच युवक कारतूस खरीद कर इसे बेचने जा रहे थे। इस घटना का उद्भेदन तब हुआ जब रेल थाना हाजीपुर पुलिस ने इसकी जानकारी दी।
एसपी के निर्देश पर पुलिस नगर निगम चौक स्थित विशाल गन हाउस पहुंच कर पूछताछ की। पुलिसिया जांच में जब गन हाउस के प्रोपराइटर इंद्रजीत कुमार से पूछा गया तो वे टालमटोल करने लगे। जब दुकान के खरीद बिक्री की जांच हुई तो यह राज खुला। इस दौरान पुलिस को मालूम चला कि मृत व्यक्ति जगदीश के नाम पर 27 जुलाई को 315 बोर का 20 कारतूस, 28 जुलाई को 20 कारतूस और 29 जुलाई को 50 कारतूस खरीदा गया। इतना ही नहीं मृत व्यक्ति के नाम पर अलग अलग तिथि में खरीदे गये कारतूस की प्राप्ति रसीद में लाइसेंस धारी का हस्ताक्षर भी है। इस संबंध में जब के हाट थाने की टीम ने विशाल गन हाउस के मालिक से पूछताछ किया तो कोई भीसंतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। कारतूस हेराफेरी के आरोप में चार साल पहले भी मामला दर्ज किया गया था। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।