अररिया/विभाष कुमार
अररिया जिले के पलासी थाना क्षेत्र में 23 जुलाई को कथित लूट की घटना की सच्चाई पुलिस अनुसंधान में कुछ और ही निकली। पीड़ित बताकर केस दर्ज कराने वाला गयाधर मांझी खुद इस झूठी साजिश का मास्टरमाइंड निकला।
पुलिस कप्तान अंजनी कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि गयाधर मांझी ने थाने में शिकायत दी थी कि कलियागंज से मकई बेचकर लौटते वक्त दो बाइक सवार अपराधियों ने तीन लाख दस हजार रुपये लूट लिए। घटना को गंभीर मानते हुए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष छापामारी दल गठित किया गया।
तकनीकी अनुसंधान और घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच में कोई लूट की पुष्टि नहीं हुई। न तो उजली अपाची बाइक दिखी, न ही गयाधर मांझी का उस रास्ते से गुजरने का कोई सबूत मिला। पूछताछ में गयाधर ने खुद स्वीकार किया कि उसने केवल 50 हजार रुपये ही उधार लिए थे, जिसमें से 13 हजार खर्च हो चुके थे और 37 हजार घर में छिपा रखा था।
वह पैसे देने से बचने और ट्रक के किराए की रकम जुटाने के लिए खुद पर लूट की साजिश रचकर पुलिस को गुमराह कर रहा था। जांच के दौरान उसके घर से 37,000 रुपये नकद, मोटरसाइकिल की दो चाबियां बरामद की गईं। आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है।