लॉग टर्म वीजा पर 28 साल से बिहार रह रही पाकिस्तानी नरगिस बानो,
पति ने कहा सरकार के आदेश को पालन करते हुए बीवी को पाकिस्तान भेज दूंगा
अलीगंज/ लकी अली/ मुमताज
जमुई जिले के आढ़ा गांव में भी एक पाकिस्तानी महिला नरगिस बानो बीते 28 सालों से रह रही है। पाकिस्तानी महिला के चार बेटे बेटियां भी हैं। पाकिस्तानी महिला नरगिस बानो की शादी 1998 में जमुई जिले के चंद्रदीप थाना के आढ़ा गांव के मोहम्मद गाजी से हुई थी। मोहम्मद गाजी एक सरकारी स्कूल के शिक्षक है। शादी के बाद वह आढ़ा गांव में ही रही है, इस दौरान बीच बीच मे वह पाकिस्तान भी जाया करती थी बीते एक साल पहले अंतिम बार वह पाकिस्तान गई थी. पाकिस्तानी महिला नरगिस बानो के पास लॉन्ग टर्म वीजा है। अब जब पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत सरकार में सभी पाकिस्तानी का वीजा रद्द करने की घोषणा कर उन्हें वापस लौटने का आदेश दिया है, जिसके बाद फिलहाल लाॉन्ग टर्म वीजा होने के कारण नरगिस बानो पाकिस्तान नहीं जाएगी लेकिन, इस वीजा को सरकार रद्द करती है तो नरगिस को पाकिस्तान जाना होगा। इस मामले में पाकिस्तानी महिला नरगिस के पति मोहम्मद गाजी ने बताया कि अगर सरकार इस वीजा को भी रद्द करती है तो वो अपनी पत्नी को पाकिस्तान भेज देगा वो सरकार के नियम को मानेगा।
चार बच्चों की मां है नरगिस बानो-जानकारी के अनुसार, बंटवारे के बाद नर्गिस के माता-पिता भी भारत से ही पाकिस्तान गए थे। नर्गिस के पिता पाकिस्तान में जॉब करते थे,नर्गिस के पूर्वज आढ़ा गांव के ही थे, रिश्तों की डोर के सहारे, बचपन से नर्गिस भारत आती रही उसकी मां के निधन के बाद मोहममद गाजी की मां ने उसे अपनाया और फिर समय ने दोनों को पति-पत्नी के बंधन में बांध दिया दोनों के चार संतानें हैं,दो बेटे, दो बेटियां एक बेटी की शादी भी हो चुकी है. नर्गिस बानो पिछले 28 वर्षों से लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) पर भारत में रह रही हैं भारतीय नागरिकता पाने की उम्मीद में उन्होंने 2009 में मैनुअल आवेदन दिया था, जिसे तत्कालीन जिलाधिकारी ने भी समर्थन दिया था बाद में 2016 में जब प्रक्रिया ऑनलाइन हुई, तो फिर से उन्होंने आवेदन किया आज भी वह कागजों की दुनिया में नागरिकता मिलने का इंतजार कर रही हैं।
नरगिस बानो के पति हैं सरकारी स्कूल का शिक्षक भावुक होते हुए मोहम्मद गाजी कहते हैं, अगर सरकार को जरा भी आपत्ति होगी तो हम खुद अपनी पत्नी को पाकिस्तान भेज देंगे सरकार के खिलाफ हम कभी काम नहीं कर सकते मगर सोचता हूं, अगर उसे वापस भेजना पड़ा तो इन चार बच्चों के आंसू कौन पोंछेगा? गाजी का कहना है कि आतंकवादियों का कोई मजहब नहीं होता। पहलगाम की घटना ने दिल दहला दिया है. यह इंसानियत की हत्या है. हम भारत के कानून का सम्मान करते हैं. सरकार का जो भी आदेश होगा उसे निभाएंगे. लेकिन, पहलगाम की दर्दनाक घटना के बाद जब पूरे देश में पाकिस्तान से जुड़े मामलों में सतर्कता बढ़ाई गई, तो नर्गिस बानो का नाम भी संदेह की आंच में आ गया।