गोड्डा/महागामा :- अनुमंडल में राजडॉड़ जल प्रवाह बाधा को लेकर किसानों और जनप्रतिनिधियों की लड़ाई आखिरकार रंग लाई। महागामा एसडीएम आलोक वरण केसरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में ईसीएल और हुर्रासी परियोजना प्रबंधन ने वैकल्पिक जल प्रवाह मार्ग बनाने पर सहमति दी।
यह जीत किसानों और रैयतों की एकजुटता और दृढ़ संकल्प की जीत है। विधायक प्रतिनिधि विपिन बिहारी सिंह, जिला परिषद प्रतिनिधि याहया सिद्दीकी, मुखिया सह किसानों के प्रतिनिधि बबलू सिंह, प्रवीण मिश्रा, मुखिया सिंधु देवी, सावित्री हेम्ब्रम, वंदना देवी, सामाजिक कार्यकर्ता देवीलाल सोरेन समेत कई लोग इस संघर्ष में शामिल रहे।
किसानों और जनप्रतिनिधियों ने तीन दिन का धरना दिया था, जिसके बाद अधिकारियों के साथ वार्ता हुई और शुक्रवार रात जूस पिलाकर आंदोलन समाप्त किया गया। सिंचाई विभाग के कनीय अभियंता कुमार ऋषिकेश निर्माण कार्य की निगरानी करेंगे।
मंत्री दीपिका पांडेय सिंह की पहल से किसानों की सिंचाई की मांग पर सफलता मिली। यह जीत किसानों और रैयतों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और उनकी एकजुटता और संघर्ष की जीत का प्रतीक है।
वैकल्पिक जल प्रवाह मार्ग बनने से किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा और उनकी फसलों की उत्पादकता बढ़ेगी। इससे क्षेत्र के किसानों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
किसानों ने मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, एसडीएम आलोक वरण केसरी और अन्य अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने उनकी मांगों को सुना और समाधान किया। किसानों ने कहा कि यह जीत उनकी एकजुटता और संघर्ष की जीत है और वे आगे भी अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे।
- NIHAL SAH