कटिहार/ रतन कुमार
कटिहार प्राणपुर प्रखंड के दक्षिणी लालगंज पंचायत स्थित प्रसिद्ध रोशना हाट एक बार फिर सुर्खियों में है। इस बार मामला राजस्व वसूली में अनियमितता और गिरते हुए राजस्व आंकड़ों को लेकर है। बताया जा रहा है कि कभी सालाना 30 लाख तक राजस्व देने वाला यह हाट अब सिमटकर 24.34 लाख (2024-25) पर आ गया है। मार्च 2025 के बाद से हाट की डाक प्रक्रिया अधर में है। पहले राजस्व वसूली की जिम्मेदारी राजू सिंह के पास थी, जिसे बाद में के.के. राय को सौंपा गया। राय के पांच सप्ताह में 1.55 लाख की वसूली हुई, लेकिन शिकायतों के बाद उन्हें हटाया गया। वर्तमान प्रभारी अंकित कुमार के कार्यकाल में साप्ताहिक वसूली घटकर 40 हजार तक आ गई है, जबकि स्थानीय व्यवसायियों का दावा है कि यह 60 हजार होनी चाहिए। ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी मनेश कुमार मीणा से उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। उनका आरोप है कि पारदर्शिता की कमी से भ्रष्टाचार बढ़ रहा है और सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा है। ग्रामीणों ने हाट संचालन में कड़े प्रशासनिक कदम की मांग की है।